शादी रो बंधन सगला कहे घणो बेकार.. .
जो छूट गया ..न फसे …जितना भी जाता लो प्यार…
नर हो या नारी. ..
शादी को पंगो न लेबो चाहे दूसरी बारी …
एक बार गलती करी सो पछताए.. .
दूजी बार गधा कहलाये…
शादी रो बंधन सगला कहे घणो बेकार.. .
जो छूट गया ..न फसे …जितना भी जाता लो प्यार…
नर हो या नारी. ..
शादी को पंगो न लेबो चाहे दूसरी बारी …
एक बार गलती करी सो पछताए.. .
दूजी बार गधा कहलाये…