ज़िन्दगी की खूबसूरती तो देखिये…
न मिली मंज़िल पर हम लापता भी न हो पाए,
न मिले हमसफ़र पर मिल गए दोस्ती के ठन्डे साये,
मुक़मल न हुई मोहब्बत बेशक पर प्यार बेगानों से मिला बेशुमार…
इज़हार हो नहीं पाया …पर हमने जीने से कर लिया इक़रार
– Shailaza